Citizens’ Appeal
Respected Chief Justice
Supreme Court of India
New Delhi
Sir,
Your court has accepted suo moto the responsibility to deliver justice to the lady doctor who was raped and murdered on the night of 9th August at the RG Kar Medical College and Hospital.
Calcutta High Court has already handed over the investigation to the CBI from the Kolkata Police. The honourable court has also directed the central investigating agency to investigate and uncover the source of the humungous corruption that has engulfed the Health Department.
You must be aware that attempt was made to meddle and destroy important evidences by the authorities of that Medical College and Hospital, the police and a section of the state administration. The workers of the ruling TMC party, with the intention of destroying evidence, had ransacked the place of occurrence of the rape and murder and set it on fire in the presence of the police on the night of 14th August. They had also attacked the protesting doctors and vandalized their protest dais.
It has been almost a month since this odious crime of rape and murder has been committed. It is extremely alarming that the central investigating agency is yet to take any action against the perpetrators of this loathsome crime or those engaged in destroying vital evidence.
We the residents of Bengal along with all the sensitive people of our country and the entire world, especially the women, appeal to your court,
A) Investigation will have to be completed fast and the highest punishment will have to be delivered to the real culprits.
B) Harshest legal actions will have to be taken speedily against all those who were engaged in destroying evidence.
C) Investigation against all those involved with the colossal corruption in the Health Department of West Bengal will have to be completed promptly and necessary legal actions will have to be taken.
Parenthetically, the experience of the people of West Bengal, in the past, regarding the pace and process of the CBI investigation is quite disheartening. Their long-drawn process has denied justice to the people. Real culprits, their handlers and beneficiaries were not caught even after a decade of the beginning of the investigation. The role of the investigating agency in the Chit Fund and other cases involving various corruption charges has given rise to pronounced angst amongst the common people.
We appeal to you to ensure that the past is not repeated while investigating the gruesome rape and murder of the lady doctor at the RG Kar Medical College and Hospital.
Thanking you
Name
Phone Number
बलात्कारियों को सजा दो ।
अपराधियों को माफी नहीं।
नागरिक आवेदन
आदरणीय प्रधान न्यायाधीश
सर्वोच्च न्यायालय
नयी दिल्ली
महोदय,
आपकी अदालत ने स्वत: संज्ञान लेते हुए आर जी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में विगत 9 अगस्त को एक स्नातकोत्तर ट्रेनी डाक्टर की ड्यूटी करते समय कार्यस्थल पर नृशंस बलात्कार और हत्या के न्याय की जिम्मेदारी ली है।
कलकत्ता हाईकोर्ट ने इसके पहले कोलकाता पुलिस से जाँच की जिम्मेदारी लेकर सी बी आई को सौंप दिया था और इसके साथ पश्चिम बंगाल राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभाग और उक्त संस्थान में व्याप्त विशाल भ्रष्टाचार की जड़ों को तलाश करना और वास्तविक परिस्थिति का पर्दाफाश करने के लिए जाँच का निर्देश दिया है।
आप निश्चित रूप से अवगत होंगे कि इस नृशंस घटना का प्रमाण नष्ट करने में इस मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के प्रबंधन, कोलकाता पुलिस और राज्य सरकार के एक हिस्से की महत्वपूर्ण भूमिका थी। राज्य का सत्ताधारी दल तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने प्रमाण गायब करने के उद्देश्य से 14अगस्त की रात को पुलिस के सामने ही बलात्कार और हत्या की जगह पर जमकर हंगामा किया और आग लगा दी।उनलोगों ने विरोध जारी रखनेवाले डाक्टर और स्वास्थ्य कर्मियों पर हमला किया और उनके विरोध प्रदर्शन के धरना मंच को तहस नहस कर दिया।
इस नृशंस बलात्कार और हत्या की घटना के करीब एक महीना होने जा रहा है।यह अत्यंत चिंताजनक है कि इस नृशंस घटना में शामिल और प्रमाण को नष्ट करने के काम में शामिल लोगों के खिलाफ अभी तक केंद्रीय जाँच संस्था ने कोई कार्रवाई नहीं की है।
हम पश्चिम बंगाल के निवासी सहित पूरे देश और दुनिया के संवेदनशील इंसान, विशेषतः सभी महिलाएँ आपकी अदालत में आवेदन कर रहे हैं:-
(क) जल्द से जल्द जाँच समाप्त कर असली अपराधियों को सजा देनी होगी।
(ख)प्रमाण गायब करने के काम में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप में शामिल व्यक्तियों के खिलाफ जल्द से जल्द कड़ी से कड़ी कानूनी कार्रवाई करनी होगी।
(ग) पश्चिम बंगाल में स्वास्थ्य के क्षेत्र में भ्रष्टाचार के पहाड़ में शामिल सभी व्यक्तियों के खिलाफ जाँच प्रक्रिया को लेकर पश्चिम बंगाल के निवासियों के अतीत का अनुभव अत्यंत निराशाजनक रहा है। न्यायिक प्रक्रिया लम्बी होने के कारण लोगों को न्याय नहीं मिला है।जाँच शुरू होने के एक दशक बाद भी असली अपराधी, उसके नियंत्रक और सुविधाभोगी नहीं पकड़े गए हैं । चिटफंड मामला सहित अन्य भ्रष्टाचार के मामले में केंद्रीय जाँच संस्थाओं की भूमिका पर इसी कारण से जनता के अंदर गुस्सा भड़क रहा है।
आर जी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की इस नृशंस घटना की जाँच में अतीत की पुनरावृत्ति न हो और जल्द से जल्द सभी अपराधियों के खिलाफ सर्वोच्च सजा की व्यवस्था हो सके, इसके लिए हम आपसे आवेदन कर रहे हैं।
धन्यवाद के साथ,
नाम:-
फोन नम्बर:-
নির্যাতনের বিচার চাই
অপরাধীর ক্ষমা নেই
মাননীয় প্রধান বিচারপতি,
সর্বোচ্চ ন্যায়ালয়,
নতুন দিল্লী
আপনার আদালত স্বতঃপ্রণোদিত হয়ে আর জি কর মেডিকেল কলেজ ও হাসপাতালে বিগত ৯ আগস্ট এক পোস্ট গ্র্যাজুয়েট ছাত্রী চিকিৎসকের কর্তব্যরত অবস্থায় কর্মস্থলে নৃশংস ধর্ষণ ও খুনের ঘটনার বিচারের দায়িত্ব গ্রহণ করেছে।
কলকাতা হাইকোর্ট ইতিপূর্বেই কলকাতা পুলিশের কাছে থেকে তদন্তের দায়িত্বভার নিয়ে সিবিআই-কে অর্পণ করেছিল। আবার স্বাস্থ্য দপ্তরের পাহাড় প্রমাণ দুর্নীতির উৎস সন্ধান ও প্রকৃত চেহারা উন্মোচনের জন্যও তদন্তের নির্দেশ দিয়েছে।
আপনার অবশ্যই জানা আছে, এই নৃশংস ঘটনার প্রমাণ নষ্ট করতে গুরুত্বপূর্ণ ভূমিকা ছিল ঐ মেডিকেল কলেজ ও হাসপাতাল কর্তৃপক্ষ, কলকাতা পুলিস এবং রাজ্য সরকারের একাংশের। রাজ্যের শাসক দল তৃণমূলের কর্মীরাও প্রমাণ লোপাটের উদ্দেশ্যে ১৪ আগস্ট রাতে পুলিশের উপস্থিতিতেই ধর্ষণ ও খুনের ঘটনাস্থলে ব্যাপক ভাঙচুর চালায় ও আগুন লাগিয়ে দেয়। তারা প্রতিবাদরত ডাক্তার স্বাস্থ্যকর্মীদেরও আক্রমণ করে ও তাদের প্রতিবাদের ধর্ণামঞ্চ ভেঙে তছনছ করে দেয়।
এই নৃশংস ধর্ষণ ও খুনের ঘটনার পর প্রায় ১ মাস অতিক্রান্ত। এটা অত্যন্ত উদ্বেগের যে এই নৃশংস ঘটনার সাথে এবং প্রমাণ ধ্বংসের কাজে যুক্তদের বিরুদ্ধে এখনও কেন্দ্রীয় তদন্তকারী সংস্থা ব্যবস্থা গ্রহণ করতে পারেনি।
আমরা পশ্চিমবঙ্গবাসীসহ সারা দেশ ও দুনিয়ার সংবেদনশীল মানুষ, বিশেষত সকল মহিলা আপনার আদালতের কাছে আবেদন করছি,
ক) দ্রুত তদন্ত শেষ করে প্রকৃত দোষীদের সর্বোচ্চ সাজা দিতে হবে।
খ) প্রমাণ ধ্বংসের কাজে প্রত্যক্ষ ও পরোক্ষভাবে যুক্ত ব্যক্তিদের বিরুদ্ধে কঠোরতম আইনানুগ ব্যবস্থা দ্রুততার সাথে গ্রহণ করতে হবে।
গ) পশ্চিমবঙ্গে স্বাস্থ্য ক্ষেত্রের পাহাড়প্রমাণ দুর্নীতিতে যুক্ত সকলের বিরুদ্ধে দ্রুত তদন্ত শেষ করে উপযুক্ত আইনানুগ ব্যবস্থা নিতে হবে।
প্রসঙ্গত, কেন্দ্রীয় তদন্ত সংস্থা সিবিআই এবং ইডি-র তদন্ত প্রক্রিয়া নিয়ে পশ্চিমবঙ্গের মানুষের অতীত অভিজ্ঞতা অত্যন্ত হতাশাব্যাঞ্জক। দীর্ঘসূত্রিতার কারণে মানুষ বিচার পায়নি। প্রকৃত অপরাধী, তাদের নিয়ন্ত্রক এবং সুবিধাভোগীরা ধরা পড়েনি তদন্ত শুরুর এক দশক বাদেও। চিট ফান্ড মামলা সহ অন্যান্য দুর্নীতি মামলায় কেন্দ্রীয় তদন্ত সংস্থাগুলির ভূমিকা এই কারণেই জনমানসে তীব্র ক্ষোভের সঞ্চার করেছে।
আর জি কর মেডিকেল কলেজ ও হাসপাতালের এই নৃশংস ঘটনার তদন্তে যাতে অতীতের পুনরাবৃত্তি না ঘটে এবং দ্রুত সকল অপরাধীদের বিরুদ্ধে সর্বোচ্চ শাস্তির ব্যবস্থা করা হয়, সেই আবেদন আমরা করছি।
ধন্যবাদান্তে,
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